रम्मी रम का प्रभाव पर इंटरनेट विज्ञान का दृष्टिकोण
रम्मी रम का प्रभाव पर इंटरनेट विज्ञान का दृष्टिकोण
हमें अक्सर यह महसूस होता है कि हम अपने दिन-रात इंटरनेट पर बैठे रहते हैं, और इसका व्यक्तिगत जीवन पर एक सकारात्मक या नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। रम्मी रम की यही अच्छी बात है कि यह हमें याद दिलाता है कि हम अपनी ज़िंदगी को लेकर आत्मविश्वास रखें और चाहे इंटरनेट विज्ञान के रूप में भी, हमारे चरित्र और व्यक्तिगत जीवन नियंत्रित नहीं होंगे।
इंटरनेट विज्ञान की दृष्टि से, रम्मी रम एक अच्छा उदाहरण है जो हमें अपने समय सम्बोधित करने का महत्व समझाता है। अगर हम सचमुच इंटरनेट पर बैठे रहते हैं, तो हमें यह भी समझना चाहिए कि हम इंटरनेट के जगत को आत्मविश्वास रखें और अपने विचारों को जागृत रखें।
उदाहरण के लिए, जब हम सोशल मीडिया इंटरनेट पर खो जाते हैं, तो हमें यह भी समझना चाहिए कि हम अलग-अलग लोगों के जीवन को देख रहे हैं और लगभग हमारे जीवन का एक छोटा सा ब्लॉग पोस्ट बन जाता है। इसमें गारंटी नहीं है कि हम वास्तविक जीवन का भाग ले सकें या नकारात्मक ताकतों को नियंत्रित कर सकें। इसलिए, रम्मी रम का मनोवैज्ञानिक दृष्टिकोण इंटरनेट विज्ञान के दृष्टिकोण के साथ आश्वासन दे सकता है।
अगर हम इंटरनेट को एक उपकरण के रूप में देखते हैं जो हमें याद दिलाता है कि हम जागृत हों और दूसरों के साथ संबंध बनाए रख सकें, तो यह एक सकारात्मक वातावरण का निर्माण कर सकता है। रम्मी रम इस विचार को दिखाता है कि अगर हम सचमुच जागृत होंगे, तो हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
इंटरनेट विज्ञान की दृष्टि से, रम्मी रम एक ऐसी चीज़ जो हमें फाइबर-ओप्टिकल तार और डाटासेट्स से अधिक महत्वपूर्ण संदेश देती है। हमें याद दिलाता है कि हम जागृत हों और अपने जीवन का प्रबंधन कर सकें, जिसमें इंटरनेट भी शामिल है। यह हमें याद दिलाता है कि हम अपने जीवन का संचालन नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, लेकिन हम अपने जीवन को बेहतर बना सकते हैं।
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